डॉ. अनिल खुराना

महानिदेशक

14 सितंबर 2020 को डॉ. अनिल खुराना केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बने जो की राष्ट्रीय होम्योपैथी मानसिक स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान की मूल निकाय है। उन्होंने परिषद में अनुसंधान सहायक के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया और विभिन्न पदों पर कार्यरत रहें, जिससे उन्हें प्रशासनिक और तकनीकी क्षेत्रो में अपार अनुभव प्राप्त हुआ। केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद के महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पहले वे प्रभारी महानिदेशक रहे हैं। 2 अगस्त 2017 से 30 अप्रैल 2018 तक इन्होने केन्द्रीय युनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक के रूप में अतिरिक्त प्रभार भी संभाला है। वर्तमान में ये केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के शासकीय मंडल के अध्यक्ष के पद पर भी आसीन हैं।

उन्होंने प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों जैसे कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजल्स, संयुक्त राज्य अमेरिका, स्प्रिंग 2002 से एच.आई.वी/ एड्स पर पोस्ट-डॉक्टरल अंतरास्ट्रीय प्रशिक्षण और अनुसंधान कार्यक्रम तथा एच.आई.वी/ एड्स और होम केयर पर खोनकेन विश्वविद्यालय, थाईलैंड से विश्व स्वास्थ्य संगठन फैलोशिप का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। बोर्ड ऑफ होम्योपैथिक सिस्टम ऑफ मेडिसिन, दिल्ली के द्वारा इन्हें सन् 2010 में प्रशंसा पुरस्कार और सन् 2016 में लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा सन् 2014 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के तत्वावधान में आयोजित बहु-विषयक स्वास्थ्य सेवा की अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में आयोजन समिति द्वारा वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति में इनके महत्वपूर्ण योगदान के लिये इन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

डॉ. खुराना एक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता और होम्योपैथी के विशेषज्ञ हैं। इन्होने जून 2001 में संस्थागत समीक्षा बोर्ड के सदस्यों के लिए हार्वर्ड मेडिकल इंटरनेशनल द्वारा आयोजित गुड क्लिनिकल प्रैक्टिस इन क्लिनिकल रिसर्च विषय पर पाठ्यक्रम एवं इग्नू और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा संयुक्त रूप से संचालित बायो-एथिक्स (पी.जी.डी-बी.ई) पाठ्यक्रम की एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा पूरा किया है। होम्योपैथी में नैदानिक अनुसंधान से लेकर मौलिक अनुसंधान तक के विभिन्न विषयों पर इनके श्रेय में 60 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पीयर-रिव्यूड जर्नल प्रकाशित हैं।